उपभ क त य उत प द अध श ष क द खत समय घ तक न कस न क अवध रण क सम क ष करन क य महत वप र ण ह ?

उपभ क त य उत प द अध श ष क द खत समय घ तक न कस न क अवध रण क सम क ष करन क य महत वप र ण ह ?
Anonim

उत तर:

ड डव ट ल स (ड डब ल य एल) अर थश स त र म दक षत क ध रण क चरम पर ह ।

स पष ट करण:

अर थश स त र बह त ह तकन क तर क स दक षत द खत ह । यद पर ण म क वल और यद यह उत प दक अध श ष (PS) और उपभ क त अध श ष (CS) क य ग अध कतम करत ह, त एक पर ण म क शल ह । क वल इस म मल म हम यह स न श च त कर सकत ह क हम अध श ष (प एस और स एस) क अवध रण क अन स र कम स कम एक व यक त क खर ब क ए ब न क ई भ व यक त ब हतर नह बन सकत ।

यह ध य न द न य ग य ह क DWL ह त ह (और हम इस, क छ हद तक) स त लन क द व र प र प त इष टतम म त र स म त र म कम क र प म द ख सकत ह । ब शक, व च र क यह प क त प र तरह स प रत स पर ध ब ज र क ल ए आवश यक सभ म न यत ओ पर ट क ह ई ह । व स तव कत म य ध रण ए लगभग कभ नह (ह सकत ह, श यद कभ नह ?)।

दक षत क प र ध रण एक उपय ग त व द अवध रण पर ट क ह ई ह । यह तक क जब हम सक र त मक (अन भवजन य) व श ल षण पर ध य न क द र त करत ह, त हम व स तव म इस ढ च क प र म ण क पर ण म स बच नह सकत ह । फ र भ, हम दक षत क ल ए एक म नक आवश यकत क र प म स चन क ज र रत नह ह, ज तन म श क ल ध वन ह सकत ह ।