उत तर:
न च
स पष ट करण:
यद आपक पश क श क ओ क त ज प न म रख ज त ह, त प न त ज स आपक क श क ओ म फ ल ज एग । इस पर सरण क र प म ज न ज त ह
क य कर?
ठ क ह, आपक प स क श क ओ क ब हर क त लन म आपक क श क ओ म प न क कम स द रत ह । इसल ए, प न स ल क अ दर और ब हर सम न प न क एक ग रत बन न क ल ए स ल म य त र करन च ह ग ।
ह ल क, ज स -ज स प न स द रत क बर बर बन न क ल ए स ल म लग त र प रव श करत ह, स ल क व स त र इस ब द पर ह सकत ह क वह फट ज एग । इस ल इस ग क न म स ज न ज त ह ।
उत तर:
व फट ज एग …
स पष ट करण:
जब हम पश क श क ओ क श द ध, त ज प न म ड लत ह
प न कम एक ग रत (स ल क अ दर) क एक उच च एक ग रत (सम ध न) स आग बढ ग । इसस स ल क व स त र बह त ह ग । च क पश क श क ओ म क श क भ त त नह ह त ह, जब इस प न क बह त अध क भ ग द न तरफ प न क स द रत बन न क ल ए प रव श करत ह, यह तक क पश क श क भ अ तत फट सकत ह, और ब हर न कल सकत ह ।