परम ण म डल क य आवश यक ह ?

परम ण म डल क य आवश यक ह ?
Anonim

परम ण म डल आवश यक ह क य क परम ण हम द खन क ल ए बह त छ ट ह ।

इसल ए हम प रय ग करत ह । पर ण म स, हम एक अन म न लग त ह क एक परम ण क स द खत ह ।

फ र हम उस अन म न क परखन क ल ए और प रय ग करत ह । उन पर ण म स, हम अपन अन म न क स श ध त करत ह, और प रक र य ज र रहत ह ।

म डल हम र स यन क ब ड, आणव क ज य म त, प रत क र य ओ, आद क ब र म भव ष यव ण य करन म सक षम बन त ह ।

भव ष यव ण य हम श सट क नह ह सकत ह । फ र हम पर ण म क समझ न क ल ए और अध क प रय ग करन ह ग ।

अब स पच स स ल ब द, परम ण क ब र म नई ख ज ह ई ह ग । परम ण क भव ष य क म डल श यद उन ल ग स क फ अलग ह ग ज अब हम ज नत ह ।