तर कस गत श न य स द ध त क य ह ? + उद हरण

तर कस गत श न य स द ध त क य ह ? + उद हरण
Anonim

उत तर:

द ख स पष ट करण …

स पष ट करण:

तर कस गत श न य स द ध त क कह ज सकत ह:

प र ण क ग ण क क स थ एक एकल चर म एक बह पद क द खत ह ए:

#a_n x ^ n + a_ (n-1) x ^ (n-1) + … + a_0 #

स थ म #a_n! = 0 # तथ # a_0! = 0 #, उस बह पद क क स भ तर कस गत श न य र प म अभ व यक त ह त ह #प क य # प र ण क क ल ए #प क य # स थ म # प # न र तर अवध क भ जक # A_0 # तथ # क ष # ग ण क क एक भ जक # A_n # अग रण शब द क ।

द लचस प ब त यह ह क यद हम "प र ण क" क क स अभ न न ड म न क तत व स प रत स थ प त करत ह, त यह भ ह । उद हरण क ल ए यह ग ऊस प र ण क क स थ क म करत ह - ज क फ र म क स ख य ह # एक + द व # कह प # ए, ब ज ड ज डज ड # म तथ #म # क ल पन क इक ई ह ।