खग ल व ज ञ न म प रत ग म गत क य महत वप र ण थ ?

खग ल व ज ञ न म प रत ग म गत क य महत वप र ण थ ?
Anonim

उत तर:

प रत ग म गत / महत वप र ण थ क य क इस समझ न क आवश यकत ह ।

स पष ट करण:

अध क श ग रह एक ह द श म कक ष करत ह और घ मत ह । यद क ई प ड श ष क व पर त द श म घ मत ह त उस प रत ग म कह ज त ह ।

स र म डल क न र म ण स मग र क एक ड स क स ह आ थ ज कत ई कर रह थ । उस ड स क स स र य और ग रह एक ह द श म घ मत ह ।

यद क ई न क य प रत ग म ह त उसक अन य वस त ओ क स थ म ठभ ड ह न आवश यक ह अन यथ यह स व ग स रक षण क न यम क उल ल घन करत ह ।

हम र स र म डल म, श क र द सर ग रह क व पर त द श म घ मत ह और ऐस ह प रत ग म ह । यह बह त ध र -ध र घ म रह ह । श क र क अक ष य झ क व ह न क र प म वर ण त ह #177.4^@#। यह कहत ह क यह उल ट ह ।व नस न स भवत अपन अत त म अन य न क य स बड प रभ व क अन भव क य ज इस उल ट कर द य ।

एक अन य घटन यह ह क अन य आ तर क ग रह, और सबस अध क स पष ट र प स ब ध एक प रत ग म कक ष म क छ समय क ल ए द ख ई द त ह । व स तव म क स भ ग रह क कभ पर क रम नह ह त ह । जब व आक श स स म न य क व पर त द श म चलत ह त ग रह प रत ग म ह सकत ह । यह क वल प थ व और ग रह क स प क ष गत य क एक द श य प रभ व ह ।