क य क ई व श षण और क र य व श षण क ब च अ तर समझ सकत ह ?

क य क ई व श षण और क र य व श षण क ब च अ तर समझ सकत ह ?
Anonim

उत तर:

व श षण स ज ञ क ब र म कहत ह, क र य व श षण - सव ल उठ त ह - कब, कह और क स ।

स पष ट करण:

द ख, र क ट इप ल खक मश न।

स स ल स, ट इप मश न क आव ष क र क य गय थ, सह ।

द न य म अब हज र ब र ड ट इप मश न ह सकत ह, कई अब इल क ट र क मश न ह ।

ल क न हम एक ह क र क क ल ए ह ।

यह कई ल ग क ब च एक मश न ब र ड क स पष ट करत ह, म र मतलब ह क सभ स अलग ह गय ह --- RICO, इस व श षण कह ज त ह ।

एक और उद हरण, हम ज न क ल ए हव ई अड ड क प रत क ष कर रह ह ज आज स बह ब न स ढ क पह च ग । हम थ ड द र ह गई ह, हमन अपन एक सहय ग स प छ ज हम र स मन आय थ, क य वह इस समय तक आत ह ?

म र सहय ग कहत ह, ह, वह वह ह, क ल क स थ ल ज न व ल ल ब आदम ! (हम र आस-प स क 500 अन य ल ग क ब च म न ल ।)

त र त, हम कई अन य ल ग (स ज ञ) म स एक क पहच न कर सकत ह ज क ADJECTIVE --- TALL ह ।

ल क न, हम कहत ह --

ज न एयरप र ट पर स रक ष त पह च गए ह ।

इस व क य क "स रक ष त र प स " शब द प छत ह क वह यह क स पह च ?

उत तर स रक ष त ह । यह एक कह वत ह ।

यह क र य क इ ग त करत ह - व च त।

एक ब द --- क र य व श षण इ ग त करत ह --- क र य, व श षण और स वय भ, यह क र य व श षण और व श षण क ब च क अ तर ह, ब द व ल व यक त क वल एक स ज ञ क इ ग त / स श ध त करत ह ।

और एक।

ज न इतन स रक ष त र प स हव ई अड ड पर आ गय ह ।

द ख, यह एक क र य व श षण ह --- एक और क र य व श षण क दर श त ह --- स रक ष त र प स ।

एक ब द: सभ ग त प रत यय एक क र य व श षण नह ह सकत ह ।

ज स: मर द न, क यर - य व श षण ह ।

हम व य करण क द न प रत द न समझन च ह ए क य क व य करण लगभग गण त ह ज स कई व य करण कहत ह ।

समस य अपव द क ल ए ह और व य करण एक कल य प र पर क म द द भ ह, क ष त र स क ष त र तक।

(वह क न ह - क ई भ श क ष त अम र क जव ब द ग --- यह म ह !

कन व शन ठ क ह, ल क न GRAMMAR IS INCORRECT ह ! उत तर यह ह I)

आपक वह स वध न रहन च ह ए।

ज स --- व र ट ल क न य न वर स ट क य ?

ज स --- ईम नद र स त म ह र, क र य, व श षण य यह अन य क र य कह ह ?

ह ल क, जब तक क ल ग म ल म म खर नह ह त ह, यह अध क अपव द क ब र म स चन क ल ए एक व व कप र ण व च र नह ह ।

उन सभ क अभ य स कर, द न-प रत द न तब आप सभ क म र य अन य प रम ण त अ ग र ज श क षक क तरह समझ सकत ह ।

इसक मतलब यह नह ह क एक श क षक क ई गलत नह करत ह, व कभ -कभ करत ह --- उद हरण क य ह !

(म अ ग र ज व य करण क एक ल ब स खन व ल व यक त ह)