आपक ऊर ज हस त तरण श र खल क क न स ह स स ख न च ह ए?

आपक ऊर ज हस त तरण श र खल क क न स ह स स ख न च ह ए?
Anonim

उत तर:

म न अभ आपक प रश न बदल ह । म ल र प स, आप एक न र म त क ख न च हत ह, इसल ए आपक इसस सबस अध क ऊर ज म ल ग ।

स पष ट करण:

स रज स एक उत प दक क ऊर ज स ध आत ह, क ई क दत नह ह और र स त म क ई ऊर ज नह ख त ह । न र म त क स ध ख न स, आप सबस अध क ऊर ज एक भ जन म स ग रह त कर सकत ह ज तन क यह सभ क द र त ह ।

यद आप उद हरण क ल ए एक ग य क ख त ह, त आपक ग य स ज तन ऊर ज म ल ह, उसस कम ऊर ज ग य क म ल ग, क य क यह उत सर जन क म ध यम स र स त म कम ऊर ज ख द त ह, अपन आप क गर म करत ह, बढ त ह, श व स ल त ह और चय पचय करत ह । घ स स उतन ह म त र म ऊर ज प र प त करन क ल ए अध क ग य क ख न पड त ह ज तन आपक च ह ए।

आश ह क य आपक मदद कर ग ।