उत तर:
सम न तरव द एक व क य म एक व श ष व य करण क र प / स रचन क लग त र उपय ग ह । अन फ र न टक य प रभ व प द करन क ल ए प नर व त त क उद द श यप र ण उपय ग ह ।
स पष ट करण:
सम न तर स रचन:
म झ पढ न और ल खन पस द ह ।
म झ भ जन च ह ए, ल क न म झ आश रय भ च ह ए।
Anaphoras:
"यह सबस अच छ समय थ, यह सबस ब र समय थ, यह ज ञ न क उम र थ, यह म र खत क उम र थ, यह व श व स क य ग थ, यह अव श वसन यत क य ग थ, यह प रक श क म सम थ, यह अ धक र क म सम थ, यह आश ओ क झरन थ, यह न र श क सर द थ । " -चर ल स ड क स, ए ट ल ऑफ ट स ट ज
अनफ र शब द क ज र द न / उज गर करन क प रय स म, ज नब झकर सम न तर स रचन क उपय ग करत ह । ड क स क उद धरण क उपय ग च ज क त लन और व पर त (ज ञ न और म र खत, प रक श और अ ध र, आद) क ल ए करत ह ।
सम न तर स रचन क वल एक व क य म एक ह म ल प र र प रख रह ह । यह एक न टक य / बय नब ज प रभ व प द करन क क श श नह कर रह ह ।