इस aphorism क क य अर थ ह "बह त पढ , ल क न बह त स र क त ब नह ।"

इस aphorism क क य अर थ ह "बह त पढ , ल क न बह त स र क त ब नह ।"
Anonim

उत तर:

पढ और समझ क आपक आसप स क य चल रह ह; सम च र ल ख, पत र आद ।

स पष ट करण:

ब ज म न फ र कल न क उद धरण पर म र व च र ह, "बह त पढ, ल क न बह त अध क क त ब नह ह," यह ह क पढ न क ल ए स दर भ त करत समय एक प स तक क ल ए स वच ल त र प स स चन क बज य, सम च र ल ख और पत र पर एक नज र ड ल ज आपक आपक आसप स क य ह रह ह, इस ब र म ज नक र द ग । । उद हरण क ल ए, म नव ध क र पर एक न ब ध पढ न स आपक द न य क एक ब हतर कल पन ह ग, ज क एक क ल पन क प स तक ह ।