उत तर:
प थ व क प थ व क क द र स द र ल ज न क अल व, मठ सरल ह गय ।
स पष ट करण:
क परन कस न कह क प र वज न पहल ह व श व स कर ल य थ ल क न क स न ब लन क ह म मत नह क, क य क ब इब ल न इस 'न ष द ध' कर द य । इसल ए, क पर न कस क य गद न व स तव म ल ग क यह बत न क ल ए आग बढ न क ल ए ह क व इस अपन स थ रखन क त लन म क य करत ह, इसस क ई फर क नह पड त क ध वन क तन कठ न ह और अव स तव क ह ।
एक तरह स, यह फ र स स ब कन क पहल आध न क व ज ञ न क व च र और 'व ज ञ न' क वर तम न द न क अवध रण क ल ए प रशस त ह आ। अवल कन, पर कल पन, प रय ग, प ष ट चक र।