उत तर:
उसक आव ज क वर णन करन व ल "म ल" शब द (उद । अम र) क अम र क इ ग त करन क ल ए एक अभ व यक त क स थ बदल द य गय ह - इस म मल म "प स "।
स पष ट करण:
Metonymy भ षण क एक आक त ह ज उस शब द / व क य श क एक शब द / व क य श क स थ इ ग त क य ज रह ह ज सक स थ यह न कटत स ज ड ह आ ह । उद हरण क ल ए:
"म र प य र स रह ह " - "प य र" क स प र यजन, पत य पत न क स दर भ त करत ह, उस तरह क क छ।
"चल इस पर ढक कन रखत ह " - "ढक कन" क छ ग प त य न ज रखन क ल ए स दर भ त करत ह ।
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प रश न क ल ए आग बढ त ह ए, हम र प स ह:
"उसक आव ज प स स भर ह "।
सव ल न शब द क "प स " शब द क स थ उसक आव ज क वर णन करन क ल ए बदल द य ह । इसक क य मतलब ह सकत ह ? म झ यह स व क र करन ह ग क यह एक ऐस अभ व यक त ह ज सस म पर च त नह ह, ल क न म एक य द अन म न लग सकत ह:
उसक आव ज क फ सम द ध और भर ह सकत थ ।
ज स तरह स वह ब लत ह वह स क त द सकत ह क वह धन ह ।
अगर म झ च नन ह त, त यह पहल व ल ह त ।
ज ल य न x क उम र x ह । उसक बहन उसस 2 स ल बड ह । उसक म उसक बहन स 3 ग न बड ह । उसक अ कल र च उसक म स 5 स ल बड ह । आप र च क उम र क प रत न ध त व करन व ल अभ व यक त क क स ल खत और सरल करत ह ?
ज ल य न क उम र = x उसक बहन क उम र = x + 2 उसक म क उम र = 3 (x + 2) अम र क उम र = 3 (x + 2) +5 सरल क त 3 (x + 2) + 5 = 3x + 6 + 5 3 (x) +2) + 5 = 3x + 11
क ट प य र क त ल क ल ए अपन ब ल बढ रह ह । आज उसक न प 23 1/4 इ च ह । उस द न करन क ल ए, उसक प स कम स कम 32 3/6 इ च ह न च ह ए। उसक ब ल बढ न क क तन अध क आवश यकत ह ?
न च एक सम ध न प रक र य द ख : इस समस य क हल करन क ल ए हम अभ व यक त क म ल य कन करन क आवश यकत ह : 32 3/6 - 23 1/4 सबस पहल , प रत य क म श र त स ख य क अन च त अ श म पर वर त त कर : 32 3/6 = 32 1/2 = 32 + 1 / 2 = (2/2 xx 32) + 1/2 = 64/2 + 1/2 = (64 + 1) / 2 = 65/2 23 1/4 = 23 + 1/4 = (4/4 xx) 23) + 1/4 = 92/4 + 1/4 = (92 + 1) / 4 = 93/4 अ श क घट न क ल ए इन द न क आम भ जक स अध क ह न च ह ए त क हम 1 क उपय क त र प स पहल अ श ग ण कर सक । द : 65/2 65/2 xx 2/2 = (65 xx 2) / (2 xx 2) = 130/4 हम अपन अभ व यक त क फ र स ल ख सकत ह और हल कर सकत ह : 130/4 - 93/4 = (130 - 93) / 4 = 37/4 अब, हम इस अन च त अ श क म श र त स ख य म बदल सकत ह : 37/4
उद धरण च ह न पर क य न यम ह ? म र अ ग र ज श क षक न फ सल क य क हम र कक ष म उद धरण च ह न क स थ क ई प रत भ नह ह , इसल ए उसन हम न यम स प और हम उनक स थ ज न क ल ए उद हरण बन न ह ।
एक उद धरण द हर घ घर ल उद धरण क स थ प रक श त क य गय ह ।एक उद धरण क भ तर एक उद धरण क एक घ घर ल उद धरण क स थ ज ड गय ह : "क य आप म झ नह बत ए ग 'य व मह ल !" एक उद धरण क भ तर एक उद धरण द हर घ घर ल उद धरण क स थ प रक श त क य गय ह : "क य आपन व स तव म कह थ 'म झ मत बत ओ" ब द कर , "य व मह ल !' म र ल ए?" एक एकल घ घर ल -उद धरण क उपय ग एप स ट र फ क र प म क य ज सकत ह , ल क न ऐस क ई स थ त नह ह जह एक एकल डबल घ घर ल -उद धरण क उपय ग क य ज सकत ह । यह उद धरण क अ त म एक द सर स ब द ह न च ह ए। अगर ब ल ब ध त ह त ह - "ऐस मत कर ," उसन कह । "म र र ड य क मत म र !", अभ भ प र उद धरण म