उत तर:
प र स थ त क उत तर ध क र ह त ह क य क ज व त रहन, बढ न और प रजनन क प रक र य क म ध यम स, ज व पर य वरण क स थ ब तच त करत ह और प रभ व त करत ह, ध र -ध र इस बदलत ह ।
स पष ट करण:
प र स थ त क उत तर ध क र भ त क पर य वरण और प रज त य क आब द म पर वर तन क क रण ह त ह ।
एक प र स थ त क त त र म, एक प रज त क पर य वरण य पर स थ त य क एक व श ष स ट क आवश यकत ह त ह ज सक तहत व बढ त ह और प रजनन करत ह । एक ब र जब पर य वरण क स थ त बदल ज त ह, त पहल प रज त पनपन म व फल ह सकत ह और द सर प रज त पनप सकत ह ।
आग और त फ न ज स कठ र और अच नक पर वर तन, प र स थ त क उत तर ध क र क क रण भ ह सकत ह । ऐस पर स थ त य म, प र स थ त क सम द य क गत श लत म पर वर तन ह सकत ह, ज सक ल ए स घर ष श र ह सकत ह
म ज द प रज त य क ब च प रभ त व।
क क रण उत तर ध क र ल य ज सकत ह
1) प र र भ क क रण: - इनम म ज द आव स क व न श क ल ए ज म म द र क रक श म ल ह ।
- जलव य क रक: हव, जम, आग।
- ब य ट क क रक: एक ज व क व भ न न गत व ध य श म ल ह ।
2) सतत क रक: - य ऐस क रक ह ज क स क ष त र क जनस ख य पर वर तन क व श षत ओ म पर वर तन क ल ए ज म म द र ह और इस एस स स भ कह ज त ह । यह प रव स ह सकत ह
- ब हर एकत र करण क ख ल फ स रक ष क ल ए।
- औद य ग क करण और शहर करण क क रण।
- स थ न य समस य ओ क पर ण मस वर प।
- य प रत य ग त क क रण क ल ए।
3) स थ र करन क क रण: - ज सम द य क ल ए स थ रत ल सकत ह उद ।
- भ म क उर वरत
- एक क ष त र क जलव य पर स थ त य
- खन ज क प रच रत य उपलब धत ।