कई प रव स य न कठ न रहन और क म करन क पर स थ त य क क य सहन क य ?

कई प रव स य न कठ न रहन और क म करन क पर स थ त य क क य सहन क य ?
Anonim

उत तर:

व बह त गर ब प ष ठभ म स आए थ और अपन घर क द श म गर ब छ ड कर भ ग गए थ

स पष ट करण:

1865 और डब ल य डब ल य आई क ब च, आव रजन क क रण य एसए क जनस ख य च र ग न ह गई थ । प रव स य न मह स गर क प र क य क य क व ब हतर ज वन क आश करत थ । ज वन स तर अम र क क त लन म कह अध क थ । अम र क म ज कर उनक प स अपन ज वन क पर स थ त य क जल द स बढ न क ल ए बड अवसर थ ।

उद हरण क ल ए, आयरल ड म ल ग 1845 और 1848 क ब च मह न अक ल स भ ग गए थ, ल ग इतन न र श र त थ क व क स भ क मक ज य रहन क स थ त क स व क र करन क ल ए त य र थ । यह क रण ह क उन ह न ब स टन म उद हरण क ल ए, प र व तट पर कम व तन व ल न कर य क ।

पश च म क ट पर च न श रम क क ब र म भ कह ज सकत ह । यह श रम शक त इतन प रच र थ क मजद र पर बह त दब व थ ।