ज व व व धत म व द ध क स ह सकत ह ?

ज व व व धत म व द ध क स ह सकत ह ?
Anonim

उत तर:

व कस त ह न क द र न एक प रज त अलग-अलग पथ ल सकत ह, और सहव स क म मल म अन य प रज त य क प लन करन ह ग । वह क स भ dichotomi द स भव नई प रज त य क ल ए न त त व।

स पष ट करण:

स ओओ क व क स क म मल म द प रज त य पर व च र कर, प ल न टर स और फ ल व ल प ध य परज व व द ज स सहय ग और अध क प रभ व व ल परज व और एक म जब न ज इस क र रव ई क स म त करन क ल ए व कस त ह आ।

यद प रज त य म स एक क एक सदस य क क रण य अन य क ल ए पर वर तन ह त ह, (ज पहल स ह ज व व व धत क व द ध म पर ण म कर सकत ह) त अन य प रज त य क प लन करन ह ग और यह अटकल क क रण बन सकत ह और एक ज व व व धत म व द ध ह सकत ह ।

अपन आप क एक य द च छ क प रज त क प स स पर एक प स स च त र द, यद क छ म जब न क श ष आब द स अलग-थलग क य ज सकत ह ज क अटकल क क रण बन सकत ह, त परज व क भ श ष जनस ख य स अलग क य ज एग ।

यद म जब न क भ न नत परज व क "एनव यरनम ट" क बदलन क ओर अग रसर ह त ह, ज तब नए म नद ड क तहत प रक त द व र च न ज एग, त अटकलब ज क स भ वन अध क ख श क स भ वन ह ।