म नव शर र रचन व ज ञ न और शर र व ज ञ न क समझन म मदद करन क ल ए अन य ज नवर क अध ययन करन क य महत वप र ण ह ?

म नव शर र रचन व ज ञ न और शर र व ज ञ न क समझन म मदद करन क ल ए अन य ज नवर क अध ययन करन क य महत वप र ण ह ?
Anonim

उत तर:

इ स न एक कश र क ह । यद हम एक प रत न ध कश र क क अध ययन करत ह त म नव शर र रचन व ज ञ न और शर र व ज ञ न क समझन आस न ह ।

स पष ट करण:

म नव स तनध र ज व क सम न ह ।

सबस अच छ उद हरण च ह ह । अध क श म नव प रण ल ज स स च र, त त र क, श वसन, च ह और म नव क उत सर जन त त र सम न ह ।

च ह और म नव क प रत रक ष प रण ल भ सम न ह ।

त त र क आव ग क स च लन और मस त ष क क ह र ड व यर ग एक ह प यद न पर ह ।

च ह आस न स उपलब ध ह ।

एक प रय गश ल म च ह क उपक त क य ज सकत ह और दव ओ पर इसक प रत क र य क अध ययन क य ज सकत ह ।

इसल ए म नव क शर र रचन और शर र व ज ञ न क समझन क ल ए अन य ज नवर क अध ययन करन महत वप र ण ह