क य पर य वरण य क रक उत पर वर तन प द कर सकत ह ?

क य पर य वरण य क रक उत पर वर तन प द कर सकत ह ?
Anonim

उत तर:

व त वरण म क छ भ ज उत पर वर तन क क रण बन सकत ह, उस उत पर वर तजन कह ज त ह ।

स पष ट करण:

पर य वरण य उत पर वर तन म श म ल ह:

व क रण।

एक स क रण, ग म क रण, अल फ कण, य व व क रण और र ड य धर म क षय ज स आयनक र व क रण क उत पर वर तन क र प म क र य करत ह ।

र स यन क।

रस यन ज एल क इल टर स ज स ड एनए अण ओ क स थ प रत क र य करत ह, उनम एथ ल म थ न सल फ न ट, म थ इल म थ न सल फ न ट, ड य एथ ल सल फ न ट और न इट र स ग य न ड इन श म ल ह ।

स क रमण फ ल न व ल ।

व यरल ड एनए (ज स र स स रक म व यरस) य ब क ट र य (ज स ह ल क ब क टर प इल र) ड एनए म पर वर तन और उत पर वर तन ल सकत ह ।

अत यध क गर म ।

अत यध क गर म क स पर क म आन स भ उत पर वर तन ह सकत ह ।

हम ज स व त वरण म रहत ह उसक व स तव क प रभ व पड त ह क क य हम आन व श क उत पर वर तन क अन भव करत ह । हम ज प न प त ह और ज हव हम स स ल त ह उसक ग णवत त व स तव म हम र ड एनए क अख डत क प रभ व त कर सकत ह । हम र शर र क क स भ गलत क ठ क करन क ल ए ड ज इन क य गय ह, ल क न पर य वरण स ह न व ल खतर एक उत पर वर तन क स थ सम प त ह न क हम र स भ वन ओ क बढ सकत ह ।