स व च ब द ह न पर सर क ट क च र ओर एक इल क ट र न क ऊर ज हस त तरण क वर णन कर ?

स व च ब द ह न पर सर क ट क च र ओर एक इल क ट र न क ऊर ज हस त तरण क वर णन कर ?
Anonim

उत तर:

जब एक स व च ब द ह त ह, त इल क ट र न एक सर क ट क म ध यम स एक ब टर क नक र त मक पक ष स सक र त मक पक ष क ओर बढ त ह

स पष ट करण:

ध य न द क वर तम न क सर क ट आर ख पर सक र त मक स नक र त मक म प रव ह त करन क ल ए च ह न त क य गय ह, ल क न यह क वल ऐत ह स क क रण क ल ए ह । ब ज म न फ र कल न न यह समझन क एक श नद र क म क य क क य चल रह थ, ल क न क स क अभ तक प र ट न और इल क ट र न क ब र म पत नह थ, इसल ए उन ह न म न क वर तम न सक र त मक स नक र त मक क ओर बह रह थ ।

ह ल क, व स तव म क य ह त ह इल क ट र न क प रव ह नक र त मक स ह त ह (जह व एक द सर क द हर त ह) स सक र त मक (जह व आकर ष त ह त ह)।

च क इल क ट र न एक सर क ट स बहत ह, उन ह 'क छ करन क जर रत ह '। कई म मल म, यह ह क क स च ज क एक बल ब क गर म करन य एक तत व क गर म करन, ज स क एक स ट व पर एक तत व। त, एक इल क ट र न क ऊर ज क गर म य प रक श म पर वर त त क य ज सकत ह ।

म झ आश ह क म आपक प रश न क सह ढ ग स समझ रह ह