व श व करण स पर य वरण य क षत क य बढ त ज रह ह ?

व श व करण स पर य वरण य क षत क य बढ त ज रह ह ?
Anonim

उत तर:

अस व स थ यकर क ष और पर य वरण प रथ ओ क क रण।

स पष ट करण:

मन ष य इस तथ य पर ध य न द ए ब न क वह वन क कट व, भ स खलन और ब जर क ष त र म ज न व ल पर य वरण य स त लन क नष ट कर रह ह, ब न ज गल म ग र गय । सभ प रम ख बह र ष ट र य न गम हर त पर य वरण प रथ ओ क समर थन नह कर रह ह । ग र नह उस ग स सम द र क स तर म व द ध करन क ल ए अग रण ह, स ट र ट यम 90 ज स र ड य आइस ट प र ड य धर म त क खतरन क स तर (परम ण ऊर ज स य त र द व र उत प द त) और स एफस क ओज न परत क कम कर रह ह । यह सब आपद क एक न स ख ह । इसक सम ध न ब य ड ग र ड बल स मग र य और उच त अपश ष ट प रब धन और न गम न य जन क स थ ट उन प ल न ग क उपय ग करन ह ज व ष क त अपश ष ट क बढ न म य गद न करत ह ।