म त य , ज वन और श त क ब र म "द फ इव प पल य म ट इन ह वन" क क छ उद धरण क य ह ?

म त य , ज वन और श त क ब र म "द फ इव प पल य म ट इन ह वन" क क छ उद धरण क य ह ?
Anonim

उत तर:

म त, ज व त और श त पर म च एल ब म द व र "स वर ग म आप स म लन व ल प च ल ग " क क छ उद धरण।

स पष ट करण:

म त य क ब र म:

  1. “यह इसल ए ह क य क म नव आत म ज नत ह, गहर ह, क सभ ज व त रहत ह । वह म त य क स क नह ल त ह, वह क स और क य द करत ह, और छ ट ज न और छ ट ज न क ब च क छ ट द र म, ज वन बदल ज त ह । ”

  2. "न ष पक षत," उन ह न कह, 'ज वन और म त य क न य त र त नह करत ह । अगर यह ह त, त क ई भ अच छ व यक त कभ य व नह मरत ।"

  3. "सभ अ त क श र आत भ ह त ह । हम उस समय इस नह ज नत ह ।"

रहन क ब र म:

  1. "स हस हथ य र क उठ न म उलझन म ह और क यरत उन ह न च रखन क स थ भ रम त ह ।"

  2. “म त -प त श यद ह कभ अपन बच च क ज न द त ह, इसल ए बच च क उनक ब र म ज न द । व आग बढ त ह । व द र चल ज त ह । व क षण ज उन ह पर भ ष त करत थ - एक म क स व क त, एक प त क आज ञ - अपन उपलब ध य क क षण स आच छ द त। यह बह त ब द तक नह ह, क य क त वच खर ब ह ज त ह और द ल कमज र ह ज त ह, ज स बच च समझत ह; उनक कह न य, और उनक सभ उपलब ध य, उनक ज वन क प न क न च, उनक म और प त क कह न य, पत थर पर ब ठ ह ई ह । ”

  3. “म झस यह स ख । क र ध क पकड न एक जहर ह । यह आपक अ दर स ख ज त ह । हम स चत ह क नफरत एक हथ य र ह ज उस व यक त पर हमल करत ह ज सन हम न कस न पह च य ह । ल क न नफरत एक घ म वद र ब ल ड ह । और न कस न हम करत ह, हम ख द करत ह । ”

श त क ब र म:

  1. "आपक श त ह," ब ढ औरत न कह, "जब आप इस अपन स थ बन त ह ।"

  2. “स वर ग म आप स म लन व ल प च ल ग ह । हम म स प रत य क एक क रण क ल ए आपक ज वन म थ । आप उस समय क क रण नह ज नत ह ग, और वह वह ह ज स वर ग क ल ए ह । प थ व पर अपन ज वन क समझन क ल ए। यह सबस बड उपह र ह ज ईश वर आपक द सकत ह: यह समझन क ल ए क आपक ज वन म क य ह आ थ । यह स पष ट करन क ल ए। यह वह श त ह ज स आप ख ज रह ह । ”

  3. “इसल ए क क ई भ क र ध स प द नह ह त ह । और जब हम मर ज त ह, त आत म क इसस म क त कर द य ज त ह । ल क न अब, यह, आग बढ न क ल ए, आपक समझन च ह ए क आपन क य महस स क य और अब आप इस क य नह महस स कर रह ह । ”