क य ह त ह अगर अवच तन मन श क ध र मन क शक त य प रद न करत ह , और व स तव म क य म न ज एग ?

क य ह त ह अगर अवच तन मन श क ध र मन क शक त य प रद न करत ह , और व स तव म क य म न ज एग ?
Anonim

उत तर:

क ड शन ग

स पष ट करण:

यह हम र ल भ य अवर ध क आध र पर ह सकत ह क हम अपन च तन मन क क स और क य ख ल त ह ।

अवच तन मन च तन मन द व र ज ञ न क ब न गत व ध य क सपन, य जन, हल और न ष प द त कर सकत ह । यह भ त क आत म क स म ओ और स म ओ तक स म त नह ह ।

ह ल क यह स भव ह क च तन मन व यवह र और घटन ओ म प रत र प ग रहण कर और अवच तन मन क क र य क पत लग ए। अध क श समय अवच तन मन अपन गत व ध य म द न य वर ष स च तन मन स आग ह त ह । जब तक आपक च तन मन ट र ड नह उठ सकत तब तक आप एक ल क नह द ख प ए ग और अवच तन मन क उपस थ त और प रभ त व क स व क र नह कर ग ।

पर ण म उच च ब द ध, रचन त मकत और अध क सफल व यक त ह सकत ह । ह ल क गलत प रश क षण व पर त प रभ व द सकत ह ।