क य ल ग मन व क त ह न स बच सकत ह ?

क य ल ग मन व क त ह न स बच सकत ह ?
Anonim

उत तर:

यद मन व क र मस त ष क क अस म न य व क स क पर ण म नह ह, त म क गर भ म य स र फ बचपन क आघ त।

मन व क र स बह त आस न स बच ज सकत ह ।

स पष ट करण:

पद र थ ह, ज मस त ष क क बदल सकत ह य स थ य र प स न कस न पह च सकत ह । अव ध दव ए आपक त त र क स न प स क फ र स स थ प त कर सकत ह, आपक ह र म न क अस त ल त कर सकत ह और आपक मस त ष क क क छ ह स स क प रभ व त कर सकत ह । इसस बच, क य क एक ब र जब आप स इक स स व कस त करत ह, त आपक आज वन उपच र क आवश यकत ह ग, क य क श र र क, मन व ज ञ न क, म नस क और स म ज क क षत क क रण, यह आपक क रण ह सकत ह ।कभ न खत म ह न व ल तलब।

मस त ष क और उसक ह स स क ब हर न कस न मन व क त ह सकत ह । इसल ए अपन ख य ल रख ।