क न स आ तर क ऊर ज स र त ग र त व कर षण स भ व त ऊर ज क थर मल ऊर ज म पर वर त त करक गर म प द करत ह ?

क न स आ तर क ऊर ज स र त ग र त व कर षण स भ व त ऊर ज क थर मल ऊर ज म पर वर त त करक गर म प द करत ह ?
Anonim

उत तर:

दब व

स पष ट करण:

इस प रश न म स ध र क आवश यकत ह ।

"क न क न स आ तर क ऊर ज स र त यह बह त अध क समझ म आत ह प द करत ह गर म यह हम स त र क ब र म ब त कर रह ह ज स क ब ट और कई अन य ज प द ह त ह और र ज मरत ह ग र त व कर षण क षमत स भ व त ऊर ज म ऊर ज त प य ऊर ज यह यह ठ क ह, ऊर ज स रक षण?"

म र ज ञ न और प रश न क समझ क सबस अच छ उपय ग करक उत तर द न: दब व।

दब व एक आ तर क ऊर ज स र त ह, उद । यह ग स म प थ व म । त र म, एक उच च ग र त व कर षण ख च व द व र उत पन न उच च दब व ध त ओ क प घल न क ल ए पर य प त ऊष म उत पन न करत ह, ह इड र जन और वह ज स तत व बन त ह, उच च दब व भ भ र ध त ओ और परम ण ओ क उत पन न करत ह । यह प रस द ध और क ख य त सम करण E = mc2 क अन प रय ग ह ।

उद हरण: क य य र प, ब हस पत क च द रम, जम ह ए नह ह । 28:57 पर ज ए

"वह (स ब रह मण यन च द रश खर ज नत थ क एक त र क घन क र बह त दब व म ह, और अब वह स चन लग

व स तव म दब व ऊर ज क एक र प ह । ”ड व ड ब ड न स

पढ न क स झ व द य : e = mc2 क स सम करण क ज वन । ड व ड ब डन शटप: //www.google.it/? Gfe_rd = cr & ei = A_OsVrSGDarD8gfnkp_oAQ & gws_rd = ssl #Q = e = 3Dmc2 + क + ज वन + क + एक सम करण