तन व और तन व क ब च अ तर क य ह ?

तन व और तन व क ब च अ तर क य ह ?
Anonim

उत तर:

तन व म नस क य भ वन त मक तन व य तन व क स थ त ह ज प रत क ल य बह त म ग क पर स थ त य स उत पन न ह त ह, जबक तन व व क रक ह त ह ज तन व क क रण बनत ह ।

स पष ट करण:

तन व, मन व ज ञ न म, शर र द व र उत त जन क ल ए एक व श ष ट प रत क र य ह, भय य दर द क र प म, ज क स ज व क स म न य श र र क स त लन म गड बड य हस तक ष प करत ह ।

चल चरम स म पर स चत ह । इसक मतलब यह नह ह क आपक क म करन क भ र म ल, आप तन व म ह ।

ल क न जब क ई तन व (क ई गत व ध, घटन य अन य उत त जन ज तन व क क रण बनत ह) आपक लग त र पर श न कर रह ह, त यह वह समय ह जब आपक शर र अपन स म न य श र र क स त लन म नह ह ।

उद हरण क ल ए कह:

आप अपन म क बह त कर ब और आसक त थ, ल क न अच नक वह क स क द व र म र द य गय । वह क षण (तन व) आपक स र क खर ब करत रहत ह और इसल ए आपक तन व (आपक स थ त) द रह ह । जब आप उस तन व क स मन करत ह, त आप अच छ तरह स स नह सकत ह, आप हम श एक बदल ल न क य जन पर ह, और इस तरह, यह आपक द न क द नचर य और द न क ज वन श ल क बर ब द कर द त ह ।

म द हर त ह क क वल एक उद हरण ह ।:-)

उम म द ह क व मदद करद ।