Ksp क य ह ? + उद हरण

Ksp क य ह ? + उद हरण
Anonim

#K_ (सप) # कह ज त ह घ लनश लत उत प द न र तर, य बस घ लनश लत उत प द। स म न य त र पर, एक य ग क क घ लनश लत उत प द स त लन प रत क र य म उनक स ब ध त स ट इक म ट र क ग ण क क शक त क ल ए उठ ए गए आयन क द ढ स द रत क उत प द क प रत न ध त व करत ह ।

यह अवध रण क ब हतर ढ ग स प रदर श त करन क ल ए एक उद हरण द य गय ह । चल च द क ल र इड क स त प त सम ध न पर व च र कर (# AgCl #), जह न म नल ख त प रत क र य क अन स र भ ग आयन और अन र द ष ट च द क ल र इड क ब च एक स त लन म ज द ह:

#AgCl _ ((s)) र इटल फ टरप न स Ag _ (aq)) ^ (+) + Cl _ (aq)) ^ (-) #

च क यह एक स त लन प रत क र य ह, इसल ए हम इसक ल ए स थ र क ल ख सकत ह:

# क = (अग ^ (+) * Cl ^ (-)) / (AgCl) #। अब, ठ स पद र थ क स द रत य त अज ञ त ह य स थ र म न ज त ह, इसल ए यह प रत क र य बन ज त ह

#K * AgCl = K_ (sp) = Ag ^ (+) * Cl ^ (-)) #

क पर म ण #K_ (सप) # स ध त र पर प न म नमक क घ लनश लत क इ ग त करत ह #K_ (सप) # स त लन प रत क र य ओ म आयन क स द रत स प र प त ह त ह । इस प रक र, आयन क उच च स द रत क मतलब नमक क अध क घ लनश लत ह ।

जब क ल ए सम करण ल खन क क श श कर रह ह #K_ (सप) #, आपक यह ज नन क जर रत ह क य ग क क आयन म क स त ड न ह (म न एट म क और प ल एट म क आयन क पहच न कर), प रत य क आयन क क तन म ल बनत ह, और प रत य क आयन पर च र ज ह त ह ।