व य प रद षण न म नव ज वन प रत य श क क य क य ह ?

व य प रद षण न म नव ज वन प रत य श क क य क य ह ?
Anonim

उत तर:

एक प र न स जन और तन व प र र त व क त बन ए

स पष ट करण:

म र कहन क मतलब यह ह क उस व य क अ दर र स यन क य कण क य ह, इस ब त क हम प रद षण कहत ह । इसक क रण यह ह क य क यह शर र म प रव श कर सकत ह और स स टम क न कस न पह च सकत ह और इस स थ त म श वसन प रण ल क ब र म । कल पन क ज ए क आप ध ल और कई खतरन क र स यन क पद र थ क स थ स स ल त ह, यह आपक फ फड म प रव श करत ह और इस नष ट कर द त ह । ज स क आप ज नत ह क फ फड आपक शर र म जगह ह जह स ल क र बन और ऑक स जन क व य प र कर सकत ह । फ फड क व न श ऑक स जन क न म न स तर क न र म ण कर सकत ह ज स ल आपक शर र म ल ज त ह और व तर त करत ह ।

उन नत स तर म, आपक शर र म ह इप क स य तन व और प र न तन व क प र र त कर सकत ह । स इट क न स क उत प दन क य ज त ह और अस म न य र प स प रस र त ह त ह और आपक शर र म क श क ओ क ल ए अस त लन क व त वरण बन त ह, क ल म ल कर क श क क म त य उत प दन और इतन पर स त ल त नह ह सकत ह । म नव ज वन प रत य श कम ह त ज रह ह