आक र मकत क क य क रण ह ?

आक र मकत क क य क रण ह ?
Anonim

उत तर:

आक र मकत एक श र र क और / य म ख क व यवह र ह ज सक उद द श य स वय क, क स अन य व यक त, य आसप स क ल ग क न कस न पह च न क इर द स य त ज व क य स म ज क र प स ह त ह ।

स पष ट करण:

ज व क प रभ व:

1) ज न। यद आपक म त -प त (य यह तक क आपक प र वज) क आक र मक य न ष क र य ह न क खतर ह, त आपक लक षण उनम स क स क भ प रत ब ब त कर सकत ह ।

2) रक त रस यन

a) अध क श ड रग स (शर ब सह त) आत म-ज गर कत (व ख डन क रक) क कम करक बह त आक र मक व यवह र म य गद न कर सकत ह, और एक आक र मक अध न यम क पर ण म क सट क र प स द खन क क षमत क कम कर सकत ह ।

ब) न म न रक त शर कर क स तर आक र मकत क बढ सकत ह ।

ग) उच च ट स ट स ट र न क स तर क स थ नर, जब उकस य ज त ह, त पर श रम, कठ न दव क उपय ग और आक र मक प रत क र य ए ह न क खतर ह त ह ।

3) पर य वरण

एक दर द

b) गर म

ग) भ ड

स म ज क प रभ व:

1) न र श आक र मकत क ल ए एक मकसद प द करत ह । सज य अस व क त क डर स आक र मक व यवह र क स अन य लक ष य य स वय क ख ल फ व स थ प त ह सकत ह । क र ध तब उत पन न ह त ह जब क ई व यक त ज हम न र श करत ह वह अन यथ क र य करन क ल ए च न सकत थ ।

2) पर य वरण य स क त आक र मक व यवह र क बढ सकत ह । EX: ज न बच च न स र फ ख ल न ब द क क स थ ख ल थ, उन बच च क त लन म एक और बच च क ब ल क दस तक द न क स भ वन थ, ज ग र-आक र मक ख ल न क स थ ख ल रह थ ।

3) बच च क परवर श (ऑब जर व शन लर न ग)। EX: बच च क भव ष य म अध क आक र मक ह न क स भ वन ह ग जब उनक आक र मक व यवह र क म त -प त द व र नजरअ द ज य सहन क य ज एग, य उनक म त -प त क भ आक र मक ह न क स भ वन ह । स त र म श म ल ह सकत ह:

एक पर व र

b) उपस स क त

ग) म स म ड य

* स र त: http://en.wikipedia.org/wiki/Aggression http://psychology.about.com/od/aindex/g/aggression.htm http://homepages.rpi.edu/~verbycyc-oh10। htm *