उत तर:
एक स श धक एक शब द य अभ व यक त ह ज क र य क अर थ क और अध क व श ष ट बन त ह । वह यह क र य व श षण ह ।
स पष ट करण:
क छ उद हरण:
'वह जब भ ग त ह त ग त ह ।' ('ग य ' क ज ड कर अध क व श ष ट बन य गय ह क र य व श षण ख ड समय क ।)
'उसन अपन आव ज म एक ग त ग य । 'sang' व क य श क 'उसक आव ज म एक स ब क स थ' ज ड त ह त क वह यह बत सक क उसन क स ग य ।
'उन ह न प र स म ग य थ । '(व क य श' प र स म 'इ ग त करत ह क उन ह न कह ग य थ ।)
'उन ह न ल ब और कर कश ग य ' (द अलग-अलग कह वत - 'ल ब ' और 'कर कश' - उनक ग यन क अवध और तर क क स झ व द त ह ।