उत तर:
अपवर तन स त त पर य ह क व भ न न म ध यम स प रक श क तन गत स य त र करत ह ।
स पष ट करण:
ऊर ज और स व ग क स रक षण क क रण, एक फ ट न (प रक श क इक ई) क गत बदल नह सकत ह (स रक ष त ह) क य क यह अ तर क ष क म ध यम स फ लत ह । जब प रक श एक म ध यम तक पह चत ह ज सक अपवर तन स चक क एक ब र य त र करन व ल क त लन म भ न न ह त ह, त प रक श क द श अपन स व ग क स रक षण क सम य ज त करन क ल ए बदल ज त ह । इसक वर णन स त र द व र क य ज सकत ह
प रक श क पर वर तन और अपवर तन क घटन क प रक श क क स प रक त द व र समझ य गय ह ?
म इसक तर ग ज स प रक त स कह ग । Huygens's Principle of Wavelets क गठन क उपय ग करक इन द घटन ओ क समझ ज सकत ह । ह य ज स हम बत त ह क प रक श म र च (लहर क श खर क र प म व च र कर ) स बनत ह ज एक न श च त गत (उस म ध यम क व श ष ट) क म ध यम स एक म ध यम स फ लत ह । एक म र च पर प रत य क ब द द व त यक तर ग क स र त ह ज सक ल फ फ अगल म र च बनत ह !!! यह म श क ल लगत ह ल क न इस पर व च र कर : ल क न यह बह त अच छ ह क य क जब प रक श द म ड य क ब च क स म क प र करत ह त द न एक ह म ध यम (प रत ब ब) क अ दर ज र रहत ह और द सर म प रव श करत ह जह लहर क गत अलग ह त ह ज सस व वल ट स क ल फ फ बनत ह अगल म र च क द श म पर वर तन (अपवर तन) क क रण बदल ज एग !!
प रक श क अपवर त त करन व ल द म ध यम क न स ह ?
प न और क च प रक श क अपवर त त करत ह । प न और ग ल स।
क य अपवर तन क क रण बनत ह ?
स पष ट करण द ख ... अपवर तन क प रक श क झ कन क र प म पर भ ष त क य ज त ह जब यह एक म ध यम स द सर म ध यम स ग जरत ह । म ध यम क घनत व म अ तर क क रण अपवर तन ह त ह । यह प न म एक प स ल ह । यह अपवर तन क क रण झ कत ह आ प रत त ह त ह । उम म द ह क यह मदद करत ह !