उत तर:
न च कई उद हरण द ए गए ह ।
स पष ट करण:
ह चक क द व र न र द श त स इक म, तहख न म द श य जह न र मन ब ट स क पर वर तन अह क र क पत चलत ह, एक अच छ उद हरण ह । ह स ट क द व र उत तर पश च म म भ म उ ट रशम र पर एक प रस द ध जलव य द श य स ट ह । आर थर प न द व र न र द श त ब न और क ल इड म द क द र य प त र क ध म गत म म रन एक और अच छ उद हरण ह ।
स ह त य म, म कब थ म, ड कन द व र म कब थ क हत य एक उद हरण ह । ह मल ट म ह मल ट सह त प रम ख प त र क म त य स वय एक और उद हरण ह । ड क स स डन क र टन द व र ए ट ल ऑफ ट स ट ज म ग ल ट न ज न एक और उद हरण ह ।
म समझत ह क अत शय क त अत शय क त क चरम पर भ ष ह , ल क न फ र एक अत शय क त क य ह और चरम पर ह न क तन ब र ह ?
एक अत शय क त तब ह त ह जब आप क स वक तव य क व स तव म उसस ब हतर य बदतर बन त ह । उद हरण क ल ए, क ई कह सकत ह क "यह ब ल ल य और क त त क ब र श कर रह ह " जब व स तव कत म , बस इसक हल क ब द ब द ।
Y = ax ^ 2 + bx क ग र फ म (1, -2) पर एक चरम ह । A और b क म न ज ञ त क ज य ?
A = 2 और b = -4 द य गय : y = ax ^ 2 + bx, y (1) = -2 द ए गए म स x क ल ए x और 2 क ल ए 1 स थ न पन न कर सकत ह और न म नल ख त सम करण ल ख सकत ह : -2 = a + b " [१] "हम द सर सम करण ल ख सकत ह क पहल व य त पन न ० ह जब x = १ ड ई / dx = २ax + b ० = २ ए + ब " [२] "सम करण स घट ए [१] सम करण स [२]: ० - -2 = 2 ए + ब - (ए + ब ) 2 = आ = 2 सम करण म 2 = सम करण क प रत स थ प त करक ब क म न ज ञ त कर [1]: -2 = 2 + ब -4 = ब ब = 4
चरम त कर ष सम द य क य ह ?
चरम त कर ष सम द य उत तर ध क र क अ त म चरण ह । चरम त कर ष सम द य म प ध ज नवर एक-द सर क स थ स त लन और व त वरण म स थ र रहत ह , जह व रहत ह । चरम त कर ष सम द य उत तर ध क र क अ त म चरण ह । चरम त कर ष तब तक अपर वर त त रहत ह जब तक क यह ब हर घटन ओ ज स आग य म नव हस तक ष प आद स नष ट नह ह ज त ।