क न स क रक सम ध न क गठन क बढ व द त ह ?

क न स क रक सम ध न क गठन क बढ व द त ह ?
Anonim

व ल यत क प रभ व त करन व ल प रम ख क रक अ तर-आणव क बल ह ।

एक सम ध न बन न क ल ए हम च ह ए:

1. व ल यक क कण क अलग कर ।

2. व ल य क कण क अलग कर ।

3. व ल यक और व ल य क कण क म ल ए ।

# ΔH _ ("स लन") = (H_1 + _2H_2 + ΔH_3 #

# ΔH_1 # तथ # ΔH_2 # द न सक र त मक ह क य क इसम अण ओ क एक-द सर स आकर षण क अ तर-आणव क बल क ख ल फ ख चन क आवश यकत ह त ह । # ΔH_3 # नक र त मक ह क य क इ टरम ल क य लर आकर षण बन रह ह ।

सम ध न प रक र य क अन क ल ह न क ल ए, # ΔH_3 # कम स कम बर बर ह न च ह ए # #H_1 + ΔH_2 #.

यद द न व ल यक और व ल य न नप वर ह, त सभ # ΔH # म न छ ट ह । प रम ख क रक तब एन ट र प (व क र) म व द ध ह ज एक सम ध न क र प म ह त ह । यह एक अन क ल प रक र य ह ।

यद व ल यक और व ल य द न ध र व य ह, त सभ # ΔH # म ल य बड ह, ल क न आक र म सम न ह । प रम ख क रक फ र स एन ट र प म व द ध ह ।

क तरह घ ल ज त ह.

यद त ल क र प म ध र व य व ल यक क स थ त ल क र प म एक न नप लर व ल य, # ΔH_1 # बड और सक र त मक ह । यह पल ल झ ड त ह # ΔH_3 #। एक सम ध न नह बनत ह ।