अवच तन क तन मजब त ह ?

अवच तन क तन मजब त ह ?
Anonim

उत तर:

बह त स र मन व ज ञ न क स द ध त और अध ययन क आध र पर, यह द ख य गय क अब ज व यक त ह उस पर प र तरह स अवच तन क प रभ व क फ मजब त ह ।

स पष ट करण:

ब र य द, ट र म, सपन, भय और अन भव आमत र पर अवच तन मन पर रहत ह । व क स क द ष ट क ण, व यक त त व, व यवह र और समग र मन व ज ञ न क प रभ व त कर सकत ह, ज समग रत म हम क न थ, हम अब क न ह ज हम बन सकत ह ।

ल क न thew अवच तन क ब र म ज गर कत क स व यक त क इस ब त पर थ ड न य त रण द सकत ह क वह अपन ज वन क क स चल सकत ह । हम ब र य द क द र कर सकत ह, आस न स आघ त, प र त य अपन सपन क बदल सकत ह, हम र डर क ज त सकत ह और हम र अन भव स स ख सकत ह ।